मूलम् ब्रह्मा, त्वचा विष्णु, सखा शंकरमेवच। पत्रे-पत्रेका सर्वदेवानाम, वृक्षराज नमस्तुते।
- इन जीवनदायी पेड़ों को ज्यादा से ज्यादा लगायें ,आइये हम सब मिलकर अपने _”हिंदुस्तान”_ को हरा भरा बनाएं और प्राकृतिक आपदाओं से बचाएँ…द्वादश ज्योतिर्लिंगों में तीसरे दक्षिणमुखी राजाधिराज अवंतिकानाथ *बाबा महाँकाल का आज *भस्म आरती श्रृंगार दर्शन* प्रातः काल 4.00 बजे प्रारम्भ, शुक्रवार 08 अप्रैल 2024सोमवती अमावस्या ,भूतड़ी अमावस्या , सूर्यग्रहण ( भारत में दिखाई नही देगा अतः सूतक लागू नही